एक नन्ही परी (कहानी) काल्पनिक
By Digital Life (हिंदी)
उत्तर भारत में प्राचीन समय का एक गांव बसा था उस गांव में एक छोटा परिवार था जोकि लोगों की नजरों में (आदिवासी) परिवार के रूप में प्रचलित था.
हंसी खुशी पूरा परिवार जीवन गुजार रहा था उस परिवार में एक छोटी सी नन्ही परी ने जन्म लिया और उसके माता-पिता बहुत खुश थे दादा दादी चाचा चाची सभी लोग बहुत ही अधिक खुश थे क्योंकि उस परिवार का यह मानना था कि जिस परिवार में लड़की का जन्म होता है भगवान की दया उस परिवार पर सदैव रहती है कुछ दिन के बाद उस परिवार के मुखिया का देहांत हो जाता है और सभी लोग अत्याधिक दुखी हो जाते हैं
पर सभी को रामू (काल्पनिक नाम) ने समझाया किया सृष्टि (संसार) का नियम है जो जन्म लेता है उसका मरण निश्चित है और फिर सामान तौर पर उस परिवार का फिर से गुजर बसर होने लगा कुछ सालों में बिटिया ने स्कूल में दाखिला लिया और वह पढ़ने लगी क्योंकि उस वक्त में पढ़ाई का बहुत महत्व होता था क्योंकि जो समाज से मुन्नी (काल्पनिक नाम) आती है वह समाज पिछड़ा कहलाता है और उस समाज में कन्या पैदा होना एक अपराााध जैसा माना जाता था और जिस समाज में लड़की पैदा होना अपराध माना जाताा हो उसकी शिक्षा दिलाना कितना मुश्किल काम होता था!
१२/मार्च/२०२१
Page 1
पेज १
टिप्पणियाँ